सपाक्स, किसी नेता धर्म या जाति या पार्टी के खिलाफ नहीं, बल्कि भेदभाव के खिलाफ है -त्रिवेदी
''एससी-एसटी एक्ट को लेकर सवर्णों का विरोध लगातार चल रहा है. आए दिन नेताओं को काले झंडे दिखाकर विरोध जताया जा रहा है. इसी के चलते आज भोपाल के कलियासोत डेम पर महाक्रांति सभा की और बड़ी रैली निकाली. कार्यक्रम में प्रदेश भर से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. क्रांति सभा में सपाक्स ने भारी विरोध दिखाते हुए प्रदेश सरकार को ललकारा. महाक्रांति सभा में करणी सेना ने भी मंच साझा किया.''
इस अवसर पर करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अंदाज में कहा कि मुख्यमंत्री देख लें कि हम ही माई के लाल हैं, जो हमारी नहीं सुनेगा, वह कहीं राज नहीं करेगा. अबकी बार जब हम इकट्ठा होंगे, तो मध्य प्रदेश को जाम कर देंगे. उन्होंने कहा कि जहां आप लोग पसीना बहा रहे हो, वहां हम अपना खून बहा देंगे. अब इस देश का युवा नहीं झुकेगा.
सपाक्स संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी ने कहा कि मध्यप्रदेश से शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकेंगे और विधानसभा से लेकर लोकसभा तक अपने प्रतिनिधि भेजेंगे. उन्होंने कहा कि गांधी जयंती 2 अक्टूबर को सपाक्स पार्टी की औपचारिक घोषणा की जाएगी. इस बार हम मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. चुनाव आयोग में पार्टी के रजिस्ट्रेशन के लिए चुनाव आयोग में कागजात जमा कर दिए हैं. केंद्र सरकार ने रैली को फ्लाप करने के लिए भोपाल आने वाली 17 ट्रेनों को निरस्त किया बावजूद इसके हजारों की संख्या में लोग पहुंचे हैं.
शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए त्रिवेदी ने कहा कि हम समाज के भेदभाव को खत्म करना चाहते हैं. सरकार की एससीएसटी योजनाओं का फायदा एक फीसदी लोगों को मिल रहा है. इस सरकार ने इंसान को आरक्षण में बांट दिया है. डिलीवरी से लेकर मरने तक आरक्षण कर दिया है. आरक्षित को अलग आऱक्षण और अनारक्षित को अलग, लेकिन सपाक्स इसके खिलाफ आवाज उठाएगा और हर गरीब तबके इंसाफ दिलाकर रहेगा. उन्होंने कहा हमारी उद्देश्य है कि अब आरक्षण आर्थिक आधार पर हो, ताकि जो भी गरीब कमजोर है उसे सहायता मिल सके. हम किसी नेता धर्म या जाति या पार्टी के खिलाफ नहीं है, बल्कि हम भेदभाव के खिलाफ है.
रैली के दौरान बड़ी संख्या में लोग शामिल होने पहुंचे. लोगों की भीड़ देख पुलिस को अतिरिक्त फोर्स बुलाना पड़ी. कार्यक्रम में भाग लेने सागर की पूर्व किन्नर महापौर कमला भी आईं थी. कार्यक्रम में अधिकाँश महिला और पुरुष सरकार के एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में काले कपड़े पहनकर आए. करणी सेना की महिलाएं राजस्थानी परिधान में रैली में पहुंची. उन्होंने ओजस्वी भाषण देते हुए महिलाओं को झांसी की रानी बनने का समय आ गया है, जैसा उद्बोधन दिया.
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